मधुबनी में हर दिन कोई न कोई दुखद समाचार सुनने को मिलता है, और इसी तरह की एक दुखद खबर ने इस शहर को फिर से आघात दिया। मधुबनी में एक स्कूली छात्र की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा बुधवार को घटा और छात्र की मौत की खबर ने शहर को गहरी शोक में डाल दिया।
मधुबनी जिले में एक और बड़ा सड़क एक्सीडेंट
जिस छात्र की मौत हुई, उसका नाम आशिक मुखिया था, जिसकी उम्र केवल 8 साल थी। वह सरस्वती पूजा के त्योहार में शामिल होने की तैयारी कर रहा था, लेकिन उसकी जिंदगी का सफर इस हादसे में अचानक खत्म हो गया। संदिग्ध गाड़ी के चालक ने गाड़ी को बेकाबू चलाया और अचानक से आशिक के ऊपर चढ़ गई, जिससे उसकी मौत हो गई। इस हादसे ने केवल छात्र के परिवार और जानकार बल्कि पूरे शहर को भी गहरी चोट पहुंचाई।
जिले में सड़क सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जाता
मधुबनी में यह हादसा सुरक्षा के महत्व को दोबारा से उजागर करता और सड़क सुरक्षा के महत्व को भी दिखाता है। लोगों को सड़कों पर सुरक्षित रहने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और गाड़ी चलाने वालों को भी अपनी गाड़ी सुरक्षित तरीके से चलानी चाहिए। आशिक की इस दुखद मौत से पूरा शहर चौंक गया और उसके परिवार को गहरा दुःख सहना पड़ रहा। हमें उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करनी चाहिए और इस हादसे को एक सख्त संदेश के रूप में देखना चाहिए कि सड़क सुरक्षा का मुद्दा हम सभी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पुलिस को ड्राइवर चेकिंग करने के साथ-साथ सख्त नियम का पालन करना चाहिए
इसके साथ-साथ पुलिस को भी एक जरूरी एक्शन लेना चाहिए कि ड्राइवर की जांच पड़ताल करनी चाहिए जो की बेकाबू गाड़ी चला रहा था। इसके साथ-साथ जिले में जो कोई भी तेज गाड़ी चलाता उसका चालान भी काटना चाहिए। अगर पुलिस यह बड़ा एक्शन लेगी तभी जाकर इस प्रकार की वारदात को रोका जा सकता।
इसके अलावा पुलिस को यह भी देखना चाहिए कि गाड़ी चलाने वाला किसी भी प्रकार का नशा करके गाड़ी नहीं चलाता हो। इसके साथ-साथ यह भी ध्यान रखना चाहिए कि गाड़ी चलाने वाला मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें और गाड़ी चलाते समय तेज आवाज में गाने ना सुने। अगर पुलिस इन सभी का ध्यान रखेगी तभी जाकर जिले में क्रांति आ सकती।