नमस्कार दोस्तों बिहार के एक महत्वपूर्ण शहर मधुबनी से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही। बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि जब गांव का किसान आत्मनिर्भर होगा, तब ही भारत विकसित राष्ट्र बन सकता। किसानों का महत्व बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि किसान अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी होते हैं।
किसान होता अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी
उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए किसानों को सहायता प्रदान की जानी चाहिए। यह बड़ी खबर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कृषि शिक्षा सह स्वास्थ्य अमृत महोत्सव एवं मेगा कृषि एक्सपो 2024 के उद्घाटन के दौरान कही थी। इस महत्वपूर्ण उत्सव का आयोजन एस के चौधरी शिक्षा न्याय की तरफ से किया गया था।
मेगा कृषि एक्सपो में देखने को मिली नई पहल
यहां कृषि शिक्षा सह स्वास्थ्य अमृत महोत्सव में किसानों को विभिन्न तकनीकी ज्ञान और उनके कृषि उत्पादों की बिक्री करने का अवसर मिला। इसके साथ ही, मेगा कृषि एक्सपो में कृषि उत्पादों और तकनीकों की प्रदर्शनी की गई। यहां पर किसानों को नई तकनीकों के बारे में जानकारी दी गई और उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में भी बताया गया। इसके माध्यम से उन्हें अपने कृषि उत्पादों की बेहतर बिक्री के लिए मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया।
अब किसान बनेगा आत्मनिर्भर
यह उत्सव गांव के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के इस संदेश से स्पष्ट होता कि सरकार किसानों के उत्थान के लिए कठिन परिश्रम कर रही। इस उत्सव के माध्यम से किसानों को नई तकनीकों और सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करके उनका उत्थान किया जा रहा। यह एक सकारात्मक कदम है जो कि भारतीय कृषि क्षेत्र को मजबूत और समर्थ बनाने में मदद करेगा।
प्रोग्राम से मिलेगी खेती-बाड़ी की नॉलेज
बताना चाहते हैं यह जो प्रोग्राम आयोजित किया गया था इसमें किसानों को काफी कुछ नया सीखने को मिला। प्रोग्राम से भविष्य में जाकर किसानों की बहुत बड़ी मदद हो सकती। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें खेती-बाड़ी से जुड़ी कुछ नई टेक्नोलॉजी के बारे में पता चला। इसका परिणाम भविष्य में जाकर यह हो सकता कि किसानों को जहां थोड़ा बहुत लाभ होता था वही उसका कई दुगना ज्यादा लाभ भविष्य में जाकर हो सकता है। इस जानकारी को आप ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।