मधुबनी रेलवे स्टेशन को पूरे हुए 118 साल, मनाया गया ऐतिहासिक उत्सव, जानिए मधुबनी रेलवे स्टेशन का इतिहास

By The Madhubani Desk

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Madhubani News: मधुबनी रेलवे स्टेशन के 118 वर्ष पूरे होने पर, एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर, मधुबनी नगर के मेयर अरुण राय और रेलवे के विभिन्न अधिकारियों ने उत्सव की शुरुआत केक काटकर की। मेयर ने मधुबनी स्टेशन को मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित करने के लिए रेलवे की प्रशंसा की।

मधुबनी का विकास और अमृत भारत योजना

समारोह में, मेयर ने यह भी कहा कि ललित बाबू का सपना आज साकार हुआ है और कर्म की प्रधानता को बताया। रेलवे द्वारा अमृत भारत योजना के तहत किए गए विकास कार्यों पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया। संजीव सिंह ने मधुबनी को मिथिला की आत्मा बताया और इसके विकास से बड़ी आबादी को होने वाले फायदे की चर्चा की।

मधुबनी रेलवे स्टेशन का इतिहास

मधुबनी स्टेशन की स्थापना 1905 में हुई थी और इसे पहले तिरहुत रेलवे के नाम से जाना जाता था। मंडल कार्मिक अधिकारी दिलीप पासवान ने इसकी जानकारी दी। स्टेशन अधीक्षक जगदम्बा प्रसाद और वाणिज्य अधीक्षक लखन रॉय ने आयोजन में आए अतिथियों का स्वागत किया।

विशेष अतिथियों और सांस्कृतिक कार्यक्रम

इस खास मौके पर पवन कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह, बबलू सिंह, वैश्य महासभा के प्रदेश महासचिव प्रहलाद पूर्वे, समशुल हक, स्टेशन मास्टर अवधेश कुमार, मनोज झा, स्वच्छता निरीक्षक भवेश कुमार झा, रामभद्र झा, सीएसडब्ल्यूआई तरुण कुमार शर्मा, ओएस आदित्य नाथ झा, जीआरपी प्रभारी ओमशंकर, आरपीएफ प्रभारी कामेश्वर सिंह, डीसीआई गणेश कुमार भगत जैसे अनेक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व उपस्थित थे। समारोह में हनुमान झा ने अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम से सभी का मन मोह लिया।

मधुबनी रेलवे स्टेशन के 118 वर्ष पूर्ण होने का यह समारोह न सिर्फ इसके इतिहास को याद करने का अवसर था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे रेलवे ने मधुबनी और उसके आस-पास के क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस समारोह ने नगर और उसके लोगों के बीच एकता और सामुदायिक भावना को भी मजबूत किया।

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